सुनो बच्चों, ज़रूरी नहीं कि बड़ों की बात सही हो || आचार्य प्रशांत (2024)

2025-02-05 0

🧔🏻‍♂️ आचार्य प्रशांत से मिलना चाहते हैं?
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00041

📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?
फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00041

➖➖➖➖➖➖
#acharyaprashant

वीडियो जानकारी: 26.12.2024, School Talk, गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश

विवरण:
इस वीडियो में आचार्य प्रशांत जी ने आस्तिकता और नास्तिकता के विषय पर गहन विचार प्रस्तुत किए हैं। प्रश्नकर्ता ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे आचार्य जी के विचारों ने उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाए हैं। उन्होंने नास्तिकता के बढ़ते ट्रेंड और आस्तिकता की वास्तविकता पर चर्चा की। आचार्य जी ने बताया कि असली आस्तिकता का मतलब है सत्य के प्रति समर्पण और झूठ को नकारना। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आस्तिकता का संबंध किसी भगवान में विश्वास रखने से नहीं, बल्कि सत्य के प्रति झुकने से है।

आचार्य जी ने यह भी बताया कि नकली आस्तिकता के कारण नास्तिकता का उदय हो रहा है। उन्होंने यह सुझाव दिया कि हमें अपने मूल्य और महत्व को समझने की आवश्यकता है, और यह जानने की कोशिश करनी चाहिए कि वास्तव में क्या महत्वपूर्ण है। उन्होंने युवाओं को यह सलाह दी कि वे अपने विचारों की जड़ें समझें और अपने जीवन में सच्चाई को प्राथमिकता दें।

संगीत: मिलिंद दाते
~~~~~